प्यार के इर्द-गिर्द घूमने वाले भ्रमण में शराब की लहरें डुबकी मारती हैं. यह नशे का जीवन होता है जो हमारे इश्क़ को दीप्त बनाता है. हर घड़ी में हमारी ज़िदें एक नई शराब की लहर के साथ फिर से जन्म लेती हैं. इसी उथल-पुथल में हम अपना इश्क़ बेकार बनाते हैं.
धीरे-धीरे में बहा शराब की उमंगें
यह रात एक पागल का आँगन है। हर हवा में बहा भूखा उत्साह की चोटें ज्वारों के साथ।
उधर हर खिड़की एक ग़म की तरफ है।
हर हाथ में बसा एक कहानी
हृदय की ज़्यादा तेज,शराब की महक}
एक गली में, जहाँ भोर अपने किरदार निभा रहा था और वर्षा ने आनंदित को छुआ, एक पुरुष खड़ा था। उसके दिल धमक रही थीं और उसमें से गर्व की लहरें फ़ैल रही थीं। वह एक मात्र का स्वाद ले रहा था और उसके साथ धड़कन click here की चिंता भी जुड़ी हुई थी।
उत्साह और जज़्बात का संगम, शराबी शायरी
ये तो वो लय है जो जज़्बातों को हवा देती है। हर पंक्ति में जलना छिपी होती है, ख़ूबसूरत शायरी जिसे सुनकर दिल में एक नया नज़ारा भर आता है। जो शब्दों का मिलन करता है, वो भी तो खुद ही एक शायर|
शराब का रंग, मन की गहराई
प्यासा है वो, जिसे रूह से भी खुशी नहीं मिलता। वो शराबी बन जाता है, उसे मदहोश करता है, जो भूला दे संसार की रंगत को।
उसकी दृष्टि में विषय दिखाई देता है, जैसे वो शराब का स्वाद ले रहा हो।
इसका मतलब है कि वो बेवकूफ ही है, जो खुद को भूल गया है।
शराबी शायरी: इश्क़ की ख्वाबों की उड़ान
एक व्यक्ति को देखो, उसके अंदर छिपी है भावनाएँ. वो खुलासा करता प्यार के शब्दों से. आत्मा में उमंग की रोशनी. वो इश्क़ का यात्रा तलाश रहा है.